Late Jatashakar Das :: स्व जटाशंकर दास (03.03.1923 – 04.08.2006)
स्व जटाशंकर दास का जन्म ३ मार्च 1923 को मधुबनी जिले के सरहद गांव में हुआ। बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के थे तथा छात्र जीवन से ही स्वतंत्रता आंदोलन में जयप्रकाश नारायण, सूरज नारायण सिंह आदि के सान्निध्य में अंग्रेजों के खिलाफ लड़ते रहे। कालेज के दिनों में ही स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रियता के कारण भागलपुर जेल तथा दरभंगा कैंप जेल में अंग्रेजों के द्वारा कारावास दिया गया। 1949 में उन्होंने आक्सफोर्ड आफ ईस्ट कहे जाने वाले इलाहाबाद विश्वविद्यालय से एम. काम की परीक्षा उत्तीर्ण की, जहां विश्वप्रसिद्ध शिक्षाविद डॉ अमरनाथ झा से उनका घनिष्ठ संबंध रहा। बिहार सरकार में बीपीएससी के द्वारा विभिन्न इंटरव्यू में सफल होते हुए बिहार स्टेट स्माल इंडस्ट्रीज कारपोरेशन, हैंडलुम कारपोरेशन, सहकारिता विभाग इत्यादि में विभिन्न पदों पर रहते हुए मैनेजिंग डायरेक्टर के पद से सेवामुक्त हुए। मिथिला के सैकड़ों युवाओं को विभिन्न सरकारी विभागों में रोजगार दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मिथिला पेंटिंग के विकास के लिए सदैव तत्पर रहे। इमरजेंसी के दौरान जयप्रकाश नारायण जी के निकटतम सहयोगीयों में एक रहे। भारत के विभिन्न अंग्रेजी, हिंदी तथा मैथिली अखबारों में उनके लेख संपादकीय पृष्ठ पर प्रकाशित होते रहे। कई वर्षों तक चेतना समिति के उपाध्यक्ष/ सचिव रहे। मैथिली के वरिष्ठ साहित्यकारों में उनकी गिनती होती थी। उनकी पुस्तक साहित्य अकादमी , दिल्ली तथा मैथिली अकादमी, पटना के द्वारा भी प्रकाशित हुई।