समाजिक जीवन में जौ धिया-पुता सँ समर्पित भ काज करी त आगा चली समाज सेवी के रुप में अपन पहचान बनायब सहजहि आम बात छई। पंकज झा मुल रुप सँ मिथिलाक धर्मस्थल उच्चैठ भगवती स्थान के कोरा मे बसल धनौजा गाम के निवासी छैथ। हिनक जन्म पश्चिम बंगाल के रिशरा, हूगली में भेल छैन। प्रारंभिक शिक्षा रिशरा विद्यापीठ रिशरा में भेला के बाद कोलकात्ता के कॉलेज स्ट्रीट स्थित उमेश चन्द्र कॉलेज सँ स्नातक के पढाई केला।
कोलकात्ता मिथिला मैथिली आन्दोलन के लेल सदैव सकृय स्थान रहल। मिथिलाक दधीची बाबू साहेब चौधरी, पी एन सिंह, दया नाथ झा आदी अनेको मैथिल पुत्र सँ पंकज नाइन्हेटा सँ प्रभावित रहला। 15 वर्ष के अवस्था में कोलकात्ता में मिथिला युवा परिषद नाम सँ संस्था के स्थापना केला, जाई में बहुत राष मैथिल युवा के जोड़ला आ सकृय केला। परिषद के कार्य मैथिल परम्परा के प्रोत्सहान एवं समाज में रोग दुख सँ पिरित लोक के मदद। संगहि मैथिल के बेटी विवाह में श्रमदान।
शिक्षा प्राप्त केला बाद पंकज किछु दिन दिल्ली सेहो रहला। मुदा मात्र 2 वर्ष उपरांत मुंबई के तरफ रुख केला।
मुंबई में अपन रोजी रोटी के संग संग समाजिक काज में बहुत बेसी सकृय रहलाह। ओर्कुट के जमाना में शोशल मिडिया के मित्र लोकैन संग दहेज मुक्त मिथिला के स्थापना केला, दहेज मुक्त मिथिलाक संस्थापक अध्यक्ष रहलाह। अपन कार्यकाल में सम्पुर्ण देश में दहेज मुक्त मिथिलाक प्रचार केला। जौ ई कहल जाय जे दहेज मुक्ति आन्दोलन के वर्तमान में पुणह संजीवनी देवय में पंकज के मुख्य योगदान छैन त ओ गलत नई होयत।
अखन वर्तमान मे मैथिल समाज के एक सुत्र मे बांधवाक लेल सतत प्रत्नशील संगठन मैथिल समन्वय समिति के राष्ट्रिय संयोजाक छैथ। संगठन बहुत नीक नीक काज क रहल। तीन टा वर वधू परिचय सम्मेलन, प्रतिभा सम्मान, बिजिनेस कोन्कलेव आदी बहुत राष समाज हित के काज क रहल।
पंकज सदैव निश्वर्थ भव सँ समाज लेल समर्पित रहलाह। हिनक जन्मदिन के शुभकामना।
happy birthday day boss… 🙏🙏🙏🙏
Happy birthday to you