मातृभूमि मिथिला, मैथिली आ मैथिल लोकनि लेल सेवा आ सहयोगक भावना हृदय के अंतरमन सँ निकलैत अछि :: कमलेश कुमार झा
ओना त दिल्ली मैथिलक गढ़ कहल जाईत अछि। मिथिलाप्रेमी, मैथिलीप्रेमी, भक्तलोकनि , चमचालोकनि आ अनन्य प्रकारक समाजसेवी लोकनि गली-गली में विद्यमान छथि।
एहि नगरीक एतेक गौरव में किछु लोक एहनो छथि जे मिथिला, मैथिली आ मैथिलक सेवा में सतत तत्पर रहय छथि। अपन नुकसान सहिकय कोनो अपन परिचित वा अपरिचित मैथिल के सहयोग करबा में कोनो परहेज नै करय छथि ई लोकनि। एतय तक कि एकबेर धोखा खेलाक बादो दोसरबेर समस्या में फँसल मित्र के सहयोग लेल स्वत: संज्ञान लेबयवला ई विशेष प्रकारक मैथिल नगण्य छथि तथापि आजुक एहि कलयुग में भेटय छथि।
एहने गुण आ शैली के एकटा युवा मैथिल छथि कमलेश कुमार झा। मूलत: ढंगा (पछवारी टोल) गामक निवासी कमलेश जी परिवार सँ सामान्य मुदा संभ्रांत रूपेण पारिवारिक लोक छथि। हिनक पिताजी श्री उगेन्द्र झा महादेवी माँ भगवतीक अनन्य साधक छथिन आ तीन भाई एक बहिन में ई सबसँ पैघ छथि। टी.एन. हाई स्कूल, कलुआही सँ 2001 में मैट्रिक कयलाक बाद 2003 में आर.के. कॉलेज मधुबनी सँ इन्टर कयलथि आ 2006ई. में पटना युनिवर्सिटी सँ ग्रेजुएशन पूरा कयलथि। पैघ भाई होबाक चलते अपन ग्रेजुएशन तक पढ़ाई पूरा करबाक उपरांत हिनका पर पारिवारिक जिम्मेदारी पड़य लगलन्हि त ई पटना सँ दिल्ली एलाह जे पढ़ाई संग किछु आमदनीक स्रोत भेटत।
एकटा कापी आ पेन लय क लक्ष्मीनगर सन CA के महाकुंभ में 2007 सँ 2009 तक जी-जान सँ मेहनत कय CA Intermediate पूर्ण कयलाह आ 36 मासक ट्रेनिंग पूरा कयलन्हि। ओहि के बाद सामजिक आ पारिवारिक दायित्व बढ़लनि आ एकटा छोट-छीन नोकरी सँ प्रारंभ केला ।
आगा जाकय अपन एकटा कंपनी खोलला जे एकाउंट आ टैक्स संबंधी काज करैत अछि।
अपन जीवन में कमलेश जी जहन एक कमरा के रूम में पटना में छलाह तखनो सहयोग आ समाजसेवाक भावना रहैत छलनि।
दिल्ली में प्रारंभिक समय सँ ई सामाजिक जीवन रहल छनि आ अपन क्षेत्र में एकटा अलग पहचान बनेला आ मिथिला मैथिली के देखेबाक राजनीति सँ दूर रहि सतत अपन मिथिला, मैथिली आ मैथिलजन लेल सतत तत्पर रहैत रहलाह। अपन संघर्षपूर्ण जीवन सँ लड़ैत कमलेश जी अपन पारिवारिक सामाजिक सब तरहक दायित्व निभा रहल छथि जे गामक युवालोकनि लेल एकटा आदर्श स्थापित करैत अछि एखन हिनक छोट भाई रुपेश झा CA के तैयारी कय रहल छथिन्ह आ सबसँ छोट भाई राजन झा LLB कय रहल छथि।
आजुक मैथिल मंच के ई सम्पादकीय कमलेश जी के समर्पित अछि आ ई गर्वक बात अछि जे कमलेश जी मैथिल मंचके निर्माण के सबसँ पहिल टीम के सदस्य छथि।