मिशन मिथिला 2020 के #Tweet4Mithila कैंपेन के अगिला चरण में आई 17 मई 2020 के #मिथिलाक्षर ट्रेंड कराओल गेल मिथिला के युवालोकनि द्वारा लिपि विशेषज्ञ पं. भवनाथ झा जीक मार्गदर्शनमें आ मैथिली भाषाक मूल लिपि तिरहुता लिपि के संरक्षण आ संवर्द्धन के लेल आवाज उठाओल गेल आ ट्विटर पर पूरा देश में 26वें नंबर पर यह सुबह 11 बजे से 3 बजे तक ट्रेंड करैत रहल पछाती तेसर नंबर पर #IndustryInMithila संगे ट्रेंड होईत रहल। विदित होई कि देश के प्राचीनतम लिपि सबमें सँ एक तिरहुता लिपि अर्थात मिथिलाक्षर आइयो देश के क्लासिकल लैंग्वेज के लिस्ट सँ बाहर अछि जहिकारणे बहुत रास सरकारी सुविधा सँ वंचित अछि आ विलुप्तप्राय होईत जा रहल अछि। किछु निजी संस्थान आ अभियान जेनाकि मिथिलाक्षर शिक्षा अभियान, मैथिल मंच, दुर्वाक्षत :: मिशन मिथिलाक्षर, मिथालाक्षर साक्षरता अभियान, सिद्धिरस्तु आदि अनेको स्वयंसेवी संस्था एहिके संरक्षण के लेल काज कर रहल अछि।
एहि मैगाट्रेंड अभियान के द्वारा मिथिला-मैथिली सँ जुड़ल सब संस्था सब मैथिली के क्लासिकल लैंग्वेज की सूची में शामिल करबाक मांगकयलन्हि आ मैथिली साहित्य संस्थान सँ डा. शिव कुमार मिश्र ई जानकारी दैत हुए कहलाह कि बहुत आगा तक सफलता भेटल अछि बस आब अंतिम जोर बाकी अछि जे संभवत: एहि जनजागरण आ युवालोकनि के प्रयास सँ सफल भय जायत।आजूक ई घटना एकटा ऐतिहासिक समय भेल जखन देश-विदेश सँ 30000 सँ बेसी लोंक #मिथिलाक्षर अर्थात अपन तिरहुता लिपि के चर्चा कयलाह आ ट्वीट कय क एहिके संरक्षण आ संवर्द्धन के लेल सरकार से मांग कयलथि। एहि कैंपेन के संयोजक आ मिथिलाक्षर शिक्षा अभियान के नेतृत्वकर्ता श्री मुकेश कुमार मिश्र समस्त सहयोगी संस्था आ व्यक्तिगत लोकनि के धन्यवाद ज्ञापन करैत कहलाह कि आगा मैथिल संस्था सबके प्रतिनिधि के एकटा दल एहि सिलसिला में राज्य सरकार आ केन्द्र सरकार सँ पत्राचार करत आ आगा यथोचित कार्रवाई करत।
एहि कैंपेंनक सबसँ नीक बात ई रहल जे युवा साहित्यकार लोकनि दूपतिया लिखलन्हि जे अपना में अनुपम छल। किछु अहाँसबलेल अछि :-