अयोध्या में श्रीराम कथा सुना रहल छथि मिथिला के हृदय सीतामढ़ी के करण-अर्जुन
सीतामढ़ी । संवाददाता
मिथिला के बेटा पुन: एकबेर अयोध्या में संगीत के जादू देखा रहल छथि आ अपन प्रतिभा सँ अयोध्या नगरी के चमका रहल छथि। ई छथि सीतामढ़ी जिलाक गोविंद फंदह गामक निवासी सुनील झा के जुड़वां पुत्र करण झा आ अर्जुन झा।
मात्र 20 वर्ष के उम्र मे करण आ अर्जुन संगीत में निपुणता हासिल कय क अयोध्या के लक्ष्मण घाट पर मैथिली संगीत के जादू बिखेर रहल छथि।
अति गरीब परिवार में जन्म भेलाक कारणे बहुत गरीबी में हिनक पालन-पोषण भेलन्हि, गरीबी हिनका सबके इलाहाबाद लय क चलि गेलन्हि रोजगारक खोज में……आ ओतय दूनू के मधुर आवाज सँ मुग्ध भय लोक हिनका इलाहाबाद प्रयाग संगीत महाविद्यालय में नामांकन करा देलकन्हि। एखन दूनू गोटे संगीत शिक्षा के संग वाद्य यंत्रक शिक्षा ग्रहण कय रहल छथि। शिक्षाक संग-संग दिल्ली, हरियाणा, पंजाब आदि राज्य में हिनक भक्ति संगीत सुनय के लेल लोक तरसैत रहय छथि। जहिना दूनू भाई के चेहरा एकसन छनि तहिना गीत-संगीत, तबला, हारमोनियम आदि पर संतुलन एकसंग छनि।
आबयवला दिन में मिथिलाक ई लव-कुश रूपी रत्न, अयोध्या सँ लय क देश-विदेश में अपन परिवार तथा मिथिला के नाम रौशन करता। धीरे-धीरे करण-अर्जुन के एहि जोड़ी के चर्चा गाँव-गाँव में पसरि रहल अछि।