मैथिल मंच के एकटा परिकल्पना मैथिली साहित्य लेल समर्पित बाबूजीक पुस्तकालय के आई शुभारंभ भेल #मैथिली_साहित्य_के_अटल_दधीची_श्री_भीमनाथ_झाजीक शुभ कर-कमल सं।
आदरणीय #श्री_राजेश_कुमार_सिंह_ठाकुर आ आदरणीया #श्रीमती_लक्ष्मी_सिंह_ठाकुर जीक आशीर्वाद संग सहयोग आ नामांकरण संग सम्पूर्ण सहयोग लेल हम-सब सदैव आभारी रहब। अहांक ई प्रारंभ एकटा नव इतिहास लिखत मैथिली साहित्य के…… मैथिली साहित्य लिखय आ पढ़यवला सं इतर एकटा पीढ़ी के निर्माण में सहयोग कयल अहांसब जे मैथिली साहित्य के संरक्षण आ संवर्धन लेल काज करत, एहिलेल अहां दूनू गोटेक संग भैया #गौरव_कुमार आ भाभी #छाया_कुमार के बारंबार प्रणाम
आदरणीय #मणिकांत_झा जीक मार्गदर्शन एवं चन्द्रमणिजी, बूढ़ा भाई, प्रभाषजी, अजीत आजादजी, प्रवीणजी, आशीष चौधरी, रितु देवी, स्वर्णिम किरण झा, संग अनेकानेक गणमान्यजन के उपस्थिति में एकर शुभारंभ एकटा उत्साहित करयवला क्षण छल हमरा सबलेल।
श्रेष्ठजन आ युवावर्ग के समन्वयित प्रयास अछि ई पुस्तकालय जे निश्चय मैथिली साहित्य लेल एकटा नव आयाम प्रस्तुत करत।
शुभारंभ सं पूर्व मात्र एक महीना में 70000 टका के मैथिली पुस्तक के विक्रय करा मैथिल मंच द्वारा एकटा इतिहास लिखा चुकल अछि, आगा अहांसबहक आशीष संग निरंतर आगा बढ़बाक हेतु अग्रसर रहत।
विशेष धन्यवाद एहिमें हमर सबके मार्गदर्शक श्री मणिकांत झा जीक जे पछिला तीन महीना सं सतत संग आ सहयोग कयलन्हि अपन विचार, आशीष, आ अपन सबटा पुस्तकक संग।
विद्यापति सेवा संस्थान, दरभंगा आ श्री आशीष चौधरी जीक संग आ सहयोग सेहो उत्साहित करैत अछि। आशीष जी बहुत जल्द संस्थान परिसर में से हो बाबूजीक पुस्तकालय हेतु व्यवस्था के घोषणा कयलन्हि।
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पुनः सबगोटेक धन्यवाद….