मिथिलाक सपुत सब क रहल छथि सुरत, गुजरात मे अपन मैथिल के सेवा!
कोरोना वरियर्स ऑफ मिथिला के आगाक कड़ी में आई मैथिल मंच अहाँ सबसँ परिचय करा रहल छथि मिथिला के ऐहन युवा सबसँ जे संसाधन के अनुपलब्धता, आधारहीन सिस्टम के बावजूद “चाईनीज़ वायरस-कोरोना” सँ खतरा के अनुभव करैत अपन गाम से दूर प्रदेश में फसल मैथिल के लेल सुरत गुजरात में सबटा सरकारी आदेशक पालन करैत उपलब्ध साधन संग एहि लड़ाई के जीतय में अपन योगदान देलथि……..
सबसँ पहिल नाम लेब मिथिलाक ओहि लाल सबहक जे सब सुरत मे 15 दिन से रोज सुबह शाम खाना और सुखा राशन बाइट रहल छैथ.प्रणव चौधरी, कुंदन झा, उमेश चौधरी, मुकेश झा, तरुण मिश्रा यी टीम जा धैर यी लोकडाउन रहत ताबैत धैर अपन मिथिलाक मजदूर भाई सबके मुफ्त में खाना सुबह शाम खुएत और जिनका रहबाक लेल घर नैए छन हुनका सबके अस्थायी रुम एही लोकडाउन तक लेल देल जाइत अछि. ऐहन विपरीत परिस्थिति आ संसाधनक अभाव के संग जहि तरहे एकटा योद्धा जकाँ ई टीम अपन मैथिल भाई बहिन सब तरह से मदद करबाक लेल यी टीम सतत तैयार अछि. एहि कोरोना के हराबय के लड़ाई में सेहो हिनक योगदान अभूतपूर्व, प्रशंसनीय आ अनुकरणीय अछि।
उपलब्ध सीमित संसाधन के लय मास्क वितरण, सैनिटाइजेशन, सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में सब लोक तक पहुँचक जानकारी देलन्हि।
संगहि समस्त प्रवासी मैथिल के कोनो भी चीज के समस्या लेल घर सँ बाहर नै निकलय पड़य ओहि लेल सतत यी टीम संग कार्यरत रहलाह।