पुस्तक समीक्षा -: लालू-लीला
लालू-लीला: लेखक-सुशील कुमार मोदी प्रकाशक-प्रभात पेपरबैक्स 4/19 आसफअली रोड – नई दिल्ली 02 फौन नंबर – 23289777 पृष्ठ- 198 (बृहट् आकार) मूल्य ₹ 200
छात्र आन्दोलनक उपज, बिहारक दूबेर सँ उपमुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदीक “क्या बिहार भी असम बनेगा “, चारा चोर- खजाना चोर, आरक्षण, विभेद मूलक न्याय तथा बीच समर में केरबाद आब सद्य: प्रकाशित पुस्तक’लालू- लीला”लालूजी परीबारक भ्रष्टाचार केर अंतहीन दस्तानक जीवंत दस्तावेज थीक अधिकतर एहि पोथीमे जे तथ्य देखल गेलैक,से सुमो० 40संँ बेसीये बेर प्रेस कॉन्फ्रेंस करैत उजागर करने छथि।बिहारेटा नहिँ अपितु देशविदेशक सुधि पाठक केँ लगैत रहैत छैक जे अखबार मेँ लालू जीक मादे आगू की बताओल जायत। हुनकर सार्वजनिक जीवनकेँ पोल फोलैत चहटगर रूपेँ सुशील कुमार मोदीजी परसैत छथि, तथ्यक आंकड़ा जानबाक हरदम मनमे जिज्ञासा बनल रहैत छैक। तेहन मेँ सम्पूर्ण खोराक भड़ि सामग्री प्रस्तुत पोथी मेँ अवलोकन करय लायक भेटत। पोथीमे पाठ आरम्भ होयसँ पहिलुके पृष्ट पर दू गोट केन्द्रीय मंत्री मा०अरुण जेटली ( वित्त आओर कारपोरेट मामला) आ मा० नितिन गडकरी ( पोत एवं परिवहन, सड़क एवं संसाधन , नदीविकास आ गंगा संरक्षण) केर उद्गार एहि अवसर पर छापल अछि। एहि लालू-लीला केँ प्रसिद्ध प्रभात प्रकाशन निर्भिकतापूर्वक छापि पोथी (हिंदी) निर्माण कार्यमे लागल अपन 60 वर्ष पूरेलनि अछि। हिनकर प्रकाशित प्रमुख पोथीक नि: शुल्क सूचि प्राप्ति लेल अपन नाम-पता 78270-07777 पर एस एम एस वा मिस्डकॉल देबालेल आखरि कभर पर विज्ञापन लागल पायब । एहिक संग 65 वर्षीय लेखक सुशील मोदीक रंगील फोटोयुक्त हुनक संक्षिप्त जीवन परिचय पर अपनेक नजेर सेहो जायत। सुशील कुमार मोदी जीक लेखकीय पन्ना शुरुआत सँ पहिले प्राक्कथनमे भारत सरकारक माननीय मंत्री रविशंकर प्रसाद (कानून व न्याय, इलेक्ट्रॉनिक एवं आई०टी) केर सारगर्भित व लेखककेँ हार्दिक बधाई दैत, हुनक राजनीतिक संगी सभक जिक्र सेहो पढ़वाक भेटत।
एहि हिंदी किताबमे अंग्रेजी डेटा केर सेहो जगह-जगह समावेश करैत पोथीके आकर्षित बनाओल गेल अछि। तैयो हिंदी साक्षरता सँ कम पढ़ल-लिखल व्याक्तिके पोथीक सारांश जानयमे दोसर शिक्षित लोकक सहारा लिअ पड़तैक। पोथीमें कतौ खामी नहिं, परंच खुवी आ खाशियत दृष्टिगोचर होयत। प्राय: युवा पीढ़ीक पाठक (ग्राहक) पोथी किनैतकाल बुकस्टाॅल पर पोथीके उनटावैत पुनटाबैत समेय चित्रांकनक एक झलक पावय आ नेत्रतृप्तिक आनन्द उठावैत छैक, से एहि पोथीमें सचित्र भेटत।
मोदीजी बढ़ सौष्टव अन्जादमे एहि पोथीमे विषय वस्तुके अनुक्रममे सजौने छथि। प्रमुखरूपे एहिमे खोखा कम्पनी, दान वसियत, पावर ऑफ एटॉर्नी आ हरेक काजक बदलामे जमीन- मकान हथियेवाक लालू परिबारक नायव फंडा दरसौने अछि। अधिक जनतब लेल आवश्
वक रूपे पढ़ू आ एहि पोथीके घरेलू पुस्तकालय मेँ संगग्रहित करबाक मोन मानिजायत । लारा’क अर्थ व बेटा- बेटी मोहमे पैसल लालू- राबड़ीजीके सेहो ई पोथी हाहुति सँ बँचबाक सबक दैत फरिच्छ रूपे देखायत छैक।
परस्पर विरोधी राजनितिक गलियारामे एहन पोथी छूहक्का उड़िजेबाक संभावना बनल रहैत छैक।
लालदेव कामत
स्वतंत्र पत्रकार एवं लेखक
जिला उपाध्यक्ष – अति पिछड़ा मौर्चा भाजपा, झंझारपुर