सहरसा
1. उग्रतारा मंदिर, महिषी
2. कारू खिरहर मंदिर
3. मंडन-भारती स्थान
4. बाबा लक्ष्मीनाथ गोसाईं स्थल
5. सूर्य मंदिर, कन्दारा
अरूणाभ सौरभ । सहरसा.
कंदाहा का सूर्य मंदिर सहरसा जिला का सुप्रसिद्ध मंदिर है । कोणार्क के सूर्य की प्रतिमा से इस प्रतिमा में समानता है । खास बात है मंदिर के गवाक्ष और गर्भगुहा के प्रस्तर पर उत्कीर्ण यक्ष-यक्षी प्रतिमा और तिरहुताक्षर । तिरहुताक्षर मिथिला की पौराणिक लिपि है जो बंगला और असमिया जैसी है। कोसी के तट पर स्थित यह मंदिर चारो तरफ पानी में ताल मखाने से ताल मखाने से हरित ललित दीखता है । मखाने की खेती स्थानीय लोगों में ख़ास महत्त्व रखती है । सावन भादो मास जाना दूभर हो जाता है। कोसी का पानी और उससे उत्पन्न कटान से आसपास के इलाकों को बहुत तबाही होती है।सहरसा में कई दर्शनीय स्थल हैं व पौराणिक, मध्यकालीन मंदिर हैं जिनमें पाल, कुषाण और शुंग कालीन मूर्तियाँ हैं। साथ ही पुरानी मिथिला की पहचान कराने लायक कई जगहें हैं । यह मंदिर उन्हीं विशेष चीजों का केंद्र है। कंदाहा बनगांव और देबना के रास्ते जाएँ। सहरसा शहर से बनगाँव 8 किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ मिथिला, बिहार और उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा ग्राम पंचायत है संभवतः ! बनगाँव में संत लक्ष्मीनाथ गोसाईं की कुटी, और कई सुंदर मंदिर तालाब और विशाल वटवृक्ष देखने लायक है । बनगाँव बहुत समृद्ध गाँव है । इसके एक तरफ महिषी है जो कि मिथिला और सहरसा की पहचान है।
वही महिषी स्थित उग्रतारा शक्तिपीठ, भारती मंडन डीह व सुप्रसिद्ध साहित्यकार राजकमल चौधरी का जीर्णशीर्ण मकान देखने लायक है। साथ ही कोसी का तटबंध यहीं से शुरु होता है । महिषी से सटा हुआ महपुरा में कोसी तटबंध के साथ स्थित सुरम्य स्थल कारु खिरहर बाबा की कुटी है। सहरसा शहर में मत्स्यगंधा परिसर, सिविल लाइन इलाहाबाद की तर्ज पर स्थापित सहरसा के सरकारी दफ़्तरों के भवन और सड़कें मसलन प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय, समाहरणालय भवन, और भी कई जगहें हैं। इसके साथ साथ जिले के अन्य दर्शनीय जगहों में चंडी स्थान विराटपुर, सिमरी बख्तियारपुर की नवाबकोठी, रानीबाग, सोनबरसा राज परिसर, चैनपुर का नीलकंठ मंदिर,बुढ़िया काली मंदिर, परसरमा गाँव, शहर से सटा हुआ मोरों का गाँव आरण, चपरांव ड्योढ़ी परिसर आदि सहरसा जिले में बेहद लोकप्रिय स्थल हैं।
Reference Link : https://www.kositimes.com/46594-konark-of-kosi-kandaha-temple-saharsa/
6. देवनवन शिवमंदिर
7. नौहट्टा
8. दुर्गास्थान उदाही
9. देवना डीह
10. मत्स्यगंधा कम्पलेक्स
11. चण्डीस्थान विराटपुर
12. विद्यापति धाम, लक्ष्मीनिया
13. बाबा बटेश्वर धाम
14. नीलकंठ मंदिर चैनपुर
15. नक्षुकेश्वर महादेव
16. भटेश्वर धाम
17. वेणी स्थान