कोशी संदेश पत्रिका श्री इंद्र कांत झाक मादे इंटरमीडिएट में मैथिली विषयक 50 अंक सँ अध्ययनरत छात्र छात्रा चाहे ओ विज्ञान वाणिज्य वा कला विषयक होथि डॉक्टर इंद्रकांत झाक परिचय धरि अवश्य जानने होयत। मैथिली लेखकीय जगत मे एकटा पैघ नाम थिक, इंद्रकांत झा ग्राम कसरौर जिला दरभंगा (कोसी क्षेत्र) हिनक जन्म 9-1-1943 ई•मे सुरेंद्र नाथ झा जीकघर भेलनि। हिनक बाबा गोविंद झा वल्द फेकू झा नामी-गिरामी व्यक्ति छलाह। फेकू बाबूक पिताजी श्याम झा पेसर भगवान दत्त झा शावर्ण गोत्रक मैथिली ब्राह्मण कुलसँ जानल जाइत छलाह। गुजराती भाषाक उपन्यास ‘आंगलियात’क मैथिली अनुवाद लेल 2017 मेँ डॉ• झा जीके साहित्य अकादमी पुरस्कार भेटल छैन। कोशी संदेश ISSN2395-2253 केर अंक 10 अप्रैल 2018 मेँ एकटा जनतव दैत अगिला अंक साहित्यकार डॉ• इन्द्र कान्त झा विशेषांक रूपे बहरायत से पाठक के बुझाबैत हुनक इन्द्र नवगीत के कविता समग्रमे सेहो छापल।ताहिक किछ पाँति एहि तरहेँ अछि…..
भाई कहु कुशल
गाम बसल हम
हमर कुशल
पहिने सँ हुसल
कहब कोना हम
अपन कुशल
गामक पाकड़ि
चतरल-चतरल……
कोशी संदेशक संरक्षक ई•बिमलेन्दु शेखर झा अंक 11 केर खपत भेलासन्ता फेर 500 प्रति केर माँगधरि केलनि, जकर प्रतिपूर्ति प्रधान संपादक गिरिजानन्द झा ‘अर्धनारीश्वर’ जीके करय पड़लैक।आ विद्वतजन केर आलेख व मौलिक रचना डाकदेरीसँ जे प्राप्त भेलैक तँ अगिला अंक कोशी संदेशक 12 संयुक्तांक रूपे मार्च अप्रैल 2019 विलंब सँ निकलल आ से डा•इन्द्र कान्त झा विशेषांक (अनुपूरक अंश) केर चौतरफा स्वागत भेल।कोनो जीवित रचनाकारक मैथिली जगतमे पहिल बेर ई प्रयोग भेल, से कोशिये सनेश एहन जीवटपन देखा सकल।धरि फेर कोनो व्यक्तित्व पर सूचना संचार कए पत्रिका विशेषांक रुपे निकालय ताहिपर किछु नाम यथा जगदीश प्रसाद मंडल, अजीत कुमार आजाद आदि गर्भस्थे बुझल जाय। प्रो•झाजी सँ हम एहि पत्रिकाक सह-संस्थापक हेबाक नाते इन्टरव्यू लेने रहि जेँ पाठक वर्ग गंभीरता पूर्वक अध्ययन कयलनि आ मो•7631390761 पर त्वरित प्रतिक्रिया देने रहथि; सब गोटे केँ ताहि लेल धन्यवाद अछि। ओना हुनका पर बहुतों पैघ विद्वानक अभिमत प्रकट भ चुकल अछि। हुनका गामक दर्शन करबाक अभिलाषा मोनमे अछि, जतय एहन विलक्षण प्रतिभाक उद्यभट्ट विद्वानक जन्म भेल। हुनका जन्मभूमिक कसरौरमे स्वामी शंभू बाबाजी महाराज केँ जगदम्बा माता (भगवती) सँ कृपा भेलनि आ आगंतुक भक्तगणक मनौती पूर्ण हेबाक सूचना संगहि लाखों लोक लॉक डाउन सँ पूर्व ओतय प्रसाद ग्रहण कयल से कतूहल गप्प छी। मैथिली साहित्य मंच ‘देसिल बयना’ (हैदराबाद) 5 म् विशेषांक श्री चन्द्र मोहन कर्ण संपादक मंडल दिशसँ निकलल जाहिमेँ सेहो लघुकथा डॉ• इन्द्र कान्त झा जीके छपल पढ़ने रही। संलग्नक इन्टरव्यू पृष्ठ…..
लालदेव कामत