कथा जीबछ : : कथा गोष्ठीक सातम आयोजन
मैथिल प्रशान्त | रहिका
बितल राति मध्य विद्यालय रहिकामे सम्पन्न भेल कथा गोष्ठीक सातम आयोजन। मैथिली कथाकेँ समर्पित ई त्रैमासिक आयोजनकेँ एकटा कार्यशालाक रुपमे देखल जा सकैत अछि। सातम आयोजनमे कुल्लम छब्बीस टा कथा छब्बीस गोट नव पुरान कथाकार द्वारा वाचन काएल गेल। विभिन्न रुप रंग आ कांतिक पठित कथा सभमे मैथिली कथाक मारिते रास छटाकेँ निरेखबाक अवसरि भेटल। जड़िसँ छीप धरिक कथाकारक विभिन्न बिषयक कथा सभकेँ अकानलाक पछाति एकटा संतोष दैत अछि जे कथामे सेहो नीक काज सभ काएल जाइत अछि, यद्यपि आर निस्सन करबाक आवश्यकतासँ मुँह मोड़ल तँ नहिए टा जा सकैत अछि।
हीरेन्द्र कुमार झाक संचालन आ पूर्वाद्ध में वरिष्ठ साहित्यकार आदरणीय उदयचन्द्र झा ‘विनोद’ आ उत्तरार्द्ध में आदरणीय गणपति नाथ झाक अध्यक्षता में मणिकान्त झाक कथा कक्कासँ ई यात्रा आरंभ भेल आ नव तूरक संभावना युक्त कथाकार सोनू कुमार झाक कथा शोधपर जाक’ थीर भेल। प्रायः तीन कथाक एकटा सत्रमे बाँटल कथा सभकेँ प्रत्येक सत्रांतमे तीनू कथापर बेराबेरी टिप्पणी सभ काएल गेल। कथाक संगहि एहि गोष्ठीमे समीक्षक तैयार करबाक ब्योंत सेहो अकानल जा सकैत अछि, कारण निर्धारित टिप्पणीकारक अतिरिक्त श्रोताक टिप्पणी सेहो आमंत्रित रहैत छल। भोज प्रेम कोरोना रोबोट आदि बिषयक कथा सभ श्रोता सभकेँ बारह तेरह घंटा धरि बान्हिक’ रखलक।
शिल्प प्लाट भाषा प्रस्तुतिकरणक निकतीपर आद्यानाथ झा नवीनक कथा एकटा उत्कृष्ट आ क्लासिकल कथा छल। कमलेश प्रेमेन्द्रक निर्णय कथापर यद्यपि थोड़े काज करबाक आवश्यरकता छल तथापि एकर बिषय साहसिक छल जे कतौ ने कतौ मृत्यु भोजकेँ त्याग करबाक आग्रही छल। कोरोना अदंककेँ बेकछाबैत कोरोना शिर्षकक अक्षय आनंद सन्नीक कथा कोरोना संदिग्ध संग समाजक व्यवहारक पूर्व घोषणा कहल जा सकैत अछि। पति पत्नीक मौन प्रेमकेँ परिभाषित करैत लक्ष्मी सिंह ठाकुरक कथा रोचक आ मर्मस्पर्शी बनि पड़ल। राजेश ठाकुरक गल्प सेहो रोचक छल। कथा गोष्ठीक सभसँ नम्हर कथा सतीश साजनक छल जकर भाषायी सौस्ठव मोहित करैत अछि। गोपाल झा अभिषेकक कथा कन्यादानकेँ समस्यापर छल। दुर्गेश मंडलक कथा सोल्हकन पुरान बिषय रहितहुँ नव पैकेज सन छल। आनंद झा आ आर के पार्थीक आत्मकथा सोहो सुनबा जोग छल। सोनू कुमार झा शोधक माध्यमसँ रोबोटक भावनात्मक कथा कहैत छल। अखिलेश कुमार झाक कथा एकटा सुतरल कथाक श्रेणीमे अबैत अछि। अमित मिश्रक कथा वर्तमान जीवन शैलीमे लीव एण्ड रिलेशनशीपक बितान गढैत भेटल।छोटू झाक कथा जतरा जतरे रहतै अंधविश्वासकेँ भंगैत एकटा नीक कथा छल। चंडेश्वर खाँ आनंद झा गोविन्द चौधरी धर्मेन्द्र पाण्डेय आदिक कथा सेहो संभावनाक बाट देखबैत अछि।
अंतमे अवधेश कुमार झाक लगन मेहनति आ समर्पण रेखांकित करबाक जोग छल। अजित आजादक टिप्पणी बहुत किछु सिखबैत अपन दायित्व पूर्ण कयलक। प्रणव नार्मदेय सुमित गुंजन महेन्द्र नारायण राम दिलीप कुमार झा आदिक उपस्थिति नीक लागल।
कथा गोष्ठीक आकर्षण कमलेश प्रेमेन्द्रक बाल उपन्यास किरियाक लोकार्पण रहल।
अगिला कथा गोष्ठी जूनमे करियन समस्तीपुरमे होयबाक निर्णय भेल।
प्रस्तुति – मैथिल प्रशान्त
क्षमा प्रार्थना ::—-
शब्द चित्र पूर्णतः स्मृतिपर आधारित अछि, से संभव अछि मारिते रास महत्वपूर्ण नाम छुटि गेल होमय – – ताहिपरसँ भरो राति जागल छी।