Shalini Shekhar :: शालिनी शेखर
हम शालिनी शेखर हम दरभंगा बिहार सा छी। हम जूलॉजी सा ग्रेजुएशन करने छी। हमर ससुर सहारा और नहर कुशोथर आइच। विवाह के बाद हम बंगलौर शिफ्ट भ गेलौन। शी ठाम हम जॉब करै लग्लौं। फ्रीचार्ज कंपनी में २ साल काज केलौं ओही समय के दौरान हमर किछ सवास्थ सा संबंधित परेशानी भेल जही ला क हमरा जॉब क्विट करै पराल।
घर में बैसल मन नई लगाई छल। हरदम जाब के मिस करै छलाऊं। मिथिला पेंटिंग सब दिन सा आकर्षित करें छल।
हम २०९८ फरवरी में २ टा पेंटिंग बनने छलौं और ओ दुनु पेंटिंग के फेसबुक पर शेयर केने छलौ। फेसबुक पर बहुत रास कॉमेंट्स और लाइक भेटल। मोंन बड खूब भेल। ओहि के किच महीना बाद मुक्ति सखी के बारे में पता चलल जे ओ ऑनलाइन मिथिला पेंटिंग सिखाबई छैथ।
हम मुक्ति सखी स मिथिला पेंटिंग सीखई लगलौं। मुक्ति सखी बहुत बारीकी सा सिखबाई लगलैत। आब हम सर्टिफाइड आर्टिस्ट छी।
मिथिला पेंटिंग करै में हमरा बड निक लगाई एयच। आब ऑर्डर सेहो भेटा लगल। आब केखनो अकेलापन महसूस नई होई आइच। हरछन जिज्ञासा लगाल रहैत आइच जे नया की बनाबी।
हमर पतिदेव सेही हरदम प्रोत्साहित करें छैथ। मुक्ति सखी के बहुत आभारी छी जे अही तरह के कॉन्सेप्ट ला का ऐली।
मुक्ति सखी के बहुत बहुत धन्यवाद।