दोस्तों आज मुंगेर कांड पर ध्यान आया, कुछ समय पूर्व जाले विधानसभा में भी एक घटना हुई थी जब जाले के वर्तमान विधायक ने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी और वर्तमान में सर्वदलीय स्वतंत्र उम्मीदवार श्री रंगनाथ ठाकुर को झूठे केस में फँसाने का काम किया था।
जबकि वास्तविकता यह थी कि राह चलते रंगनाथ ठाकुरजी ने अपनी और अपने सहयोगियों की जान जोखिम में डालकर दंगा होने से बचाया और दंगा फैलाने की कोशिश करनेवाले लोगों के मुँहपर जोदरदार तमाचा मारा था। बदले में प्रशासन और जमाती विधायक ने रंगनाथ ठाकुर जी को उसी घटना में झूठे केस में घसीट लिया था। उसके एफआईआर की कापी देखा जाए मित्रों….
मुँगेर के वीभत्स काँड को सुनकर सबसे पहले मन में खयाल आया कि “काश! कोई रंगनाथ ठाकुर वहाँ भी पहुँचे होते तो उन युवाओं की जान बच सकती थी।”